इमरजेंसी या आपातकालीन हार्मोन।संकटकालीन और स्ट्रेस हॉर्मोन।हिन्दी में

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हमारी एड्रिनल ग्लैंड के मेड्युला वाले भाग से निकलने वाले हार्मोन को इमरजेंसी या आपातकालीन हार्मोन (Emergency Hormones) कहते हैं।

चूंकि यह आपातकालीन स्थिति में निकलते हैं, इसलिए इनको F-3 हार्मोन (F-3 Hormones) भी कहते हैं।

क्योंकि यह फ्लाइट, फरा्इट और फाइट (Fight, Flight & Fright) जैसी स्थितियों में एड्रिनल ग्रंथि द्वारा रक़्त में स्त्रावित किए जाते हैं।

हालांकि एड्रिनल ग्लैंड से और भी हार्मोन निकलते हैं जिन्हें हम लोग आगे पोस्ट में पड़ेंगे

Adrenal gland & its hormones

यह दोनों ही हार्मोन अमीनो एसिड टायरोसिन (Tyrosine amino acid) से बनते हैं।

एड्रिनल ग्लैंड और उसके हार्मोन (Adrenal Gland and its Hormones)-

एड्रिनल ग्रंथि को, ग्लैंड ऑफ इमरजेंसी (Gland of Emergency) या सुप्रारिनल ग्लैंड (Suprarenal Gland) भी कहते हैं। यह ग्रंथि हमारी किडनी के ठीक ऊपर मौजूद होती है और संख्या में 1 जोड़ी होती है

जिनमें से प्रत्येक एड्रिनल ग्लैंड एक किडनी के ऊपर स्थित होती है 

आंतरिक रचना(Internal organisation of Adrenal Gland):

अगर आंतरिक रचना की बात करें तो इसके 2 भाग होते हैं बाहरी भाग को कॉर्टेक्स (outer cortex) और अंदर वाले भाग को मेड्युला (inner medulla) कहते हैं। 

दोनों ही भागों से अलग-अलग हार्मोन बनाए और रक़्त में स्रावित किए जाते हैं। 

कॉर्टेक्स की उत्पत्ति मीज़ोडर्म (originated from Mesoderm) से होती है, जबकि एड्रेनल मेड्युला वाला भाग न्यूरो एक्टोडर्म (originated from Neuroectoderm) से बनता है।

एड्रेनल कॉर्टेक्स(Adrenal Cortex)

इसे पुनः तीन भागों में विभाजित किया जाता है

इसका पहला भाग ज़ोना ग्लोमेरोसा (Zona-glomerulosa) है, यह सबसे भारी भाग होता है और पूरे एड्रेनल कॉर्टेक्स का 15% भाग है

इसकी कोशिकाएं बहुत ज्यादा घनी होती हैं और यह मिनरैलोकॉर्टिकॉइड (Mineralocorticoids) नामक हार्मोन का निर्माण करती हैं

दूसरा भाग ज़ोना फैसिकुलेटा (Zona Fasciculata) है जोकि पूरी ग्रंथि का 50% भाग बनाता है।

यह भाग ग्लूकोकॉर्टिकॉइड्स (Glucocorticoids) हार्मोन का निर्माण करता है।

तीसरा भाग ज़ोना रेटीकुलेरिस (Zona Reticularis) जोकि, 7% भाग बनाता है, और इस से निकलने वाले हार्मोन को गोनैडोकॉर्टिकॉइड्स (Gonadocorticoids) कहते हैं।

कॉर्टेक्स से निकलने वाले हार्मोन के कार्य (Adrenal Cortical hormones & their Functions)-

कॉर्टेक्स से निकलने वाले सारे हार्मोन कोलेस्ट्रोल से बनते हैं इसलिए इन्हें कार्टीक्वाड्स भी कहते हैं।

मिनरैलोकॉर्टिकॉइड्स के कार्य (Function of Mineralocorticoids)-

मिनरैलोकॉर्टिकॉइड्स (एल्डोस्टीरान-Aldosterone) मुख्यतः किडनी की कोशिकाओं (kidneys cell) पर अपना प्रभाव दिखाता है, और मिनरल्स (balance Minerals) की मात्रा को नियंत्रित करता है। 

यह मुख्यतः शरीर में साल्ट को बचाये रखता है, जिसको अंग्रेजी में साल्ट रिटेनिंग हार्मोन (Salt reataining hormone) भी कहते हैं।

 यह शरीर में सोडियम आयन (sodium ions) की मात्रा को बनाए रखता है।

ग्लूकोकॉर्टिकॉइड्स के कार्य (Function of Glucocorticoids)-

ग्लूकोकॉर्टिकॉइड्स हार्मोन लीवर की कोशिकाओं (Hepatocytes cells of liver) पर प्रभाव दिखाता है।

यह हार्मोन शरीर में ग्लूकोस के उपाध्याय को नियंत्रित करता है इसके अलावा यह प्रोटीन और वसा के उपापचय को भी प्रभावित करता है।

इसे हम लोग एंटी इन्फ्लेमेटरी हार्मोन (anti-inflammatory hormone) भी कहते हैं क्योंकि यह दर्द को कम करता है

ग्लूकोकॉर्टिकॉइड्स को स्ट्रेस हार्मोन (stress hormone) के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह शरीर में बहुत अधिक स्ट्रेस होने पर भी निकलता है।

cortical hormones & their function

गोनैडोकॉर्टिकॉइड्स के कार्य (Function of Gonadocorticoids)

एड्रिनल ग्रंथि का सेक्स हार्मोन भी कहते हैं, यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक निकलता है।

पुरुषों में इसे एंड्रोजन (Androgen) भी नाम दिया जाता है, यह हार्मोन मुख्यता टेस्टीज (Testis) पर अपना प्रभाव दिखाता है। इसके अलावा पुरुषों में द्वितीयक लैंगिक लक्षण (secondary sexual characters) को भी प्रभावित करता है।

महिलाओं में निकलने वाले गोनैडोकॉर्टिकॉइड्स को एस्ट्रोजन (Oestrogen) कहते हैं, जो ओवरी (ovary) पर अपना प्रभाव दिखाता है।

अगर मां के गर्भ में नर शिशु (male baby) ग्रोथ हो रहा है, और इस हार्मोन की कमी हो जाए तो उसमें मादा वाले लक्षण (Feminine features) हो जाएंगे। इसलिए इस हार्मोन का गर्भावस्था में सही मात्रा में निकलना ज़रूरी होता है।

मेड्युला से निकलने वाले हार्मोन और उनके कार्य (Adrenal Medullary Hormones & their Function)-

एड्रिनल मेड्युला (Adrenal Medulla) से दो हार्मोन निकलते हैं, जिनको आपातकालीन हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। पहला नारएड्रीनलिन (nordrenaline or norepinephrine) और दूसरा एड्रीनलीन (Adrenaline or Epinephrine)  है।

नार-एड्रीनलिन के कार्य(Function of Noradrenaline or Norepinephrine)-

यह सामान्य अवस्था में रक़्त दाब (blood pressure) को नियंत्रित करता है।

यह शरीर की नसों को सिकोड़ता है जिससे रक्त का दाब नसों में बढ़ जाता है।

यह हृदय की क्रियाविधि पर भी अपना प्रभाव डालता है।

यह हार्मोन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट (Gastrointestinal tract) को भी प्रभावित करता है।

आपातकालीन स्थिति में यह हमारी आंखों की पुतलियों (dilation of pupils) को फैला देता है।

medullary hormones & their functions

एड्रीनलिन के कार्य (Function of Adrenaline or Epinephrine)-

इमरजेंसी हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। इसका कार्य भी नारएड्रीनलिन के समान ही होता है लेकिन यह हृदय की क्रियाविधि पर नारएड्रीनलिन के मुकाबले ज़्यादा प्रभाव दिखाता है।

 एड्रीनलिन आपात स्थिति में रक़्त में स्रावित किया जाता है, इसके अलावा यह हमारी तंत्रिका कोशिकाओं (secreted by nerve ending of nerve cells or neurons) द्वारा भी निकाला जाता है।

एड्रीनलीन हार्मोन हमारी मांसपेशियों की ब्लड वेसल्स को सिकोड़ (constrict the blood vessels of muscles) देता है, इसके अलावा यह ऊतकों में उपापचय को बढ़ा देता है।

अंत मेंConclusion

एड्रेनल ग्लैंड से निकलने वाले हॉर्मोन्स शरीर के लगभग हर भाग पर अपना प्रभाव दिखाते हैं, और यहाँ तक यह ज़रूरी है कि अगर इस ग्लैंड को निकाल दिया जाये तो इंसान की जान भी जा सकती है जब तक कि बाहर से ज़रूरी हॉर्मोन को ना दिया जाये।

आशा है यह पोस्ट आपको अच्छा लगा होगा, हमने अपनी तरफ, एड्रेनल ग्लैंड से निकलने वाले हॉर्मोन्स पर लगभग पूरी जानकारी साझा करने का प्रयास किया है।

लेकिन फिर भी अगर कोई कमी या सुझाव आपको लगता है, तो उसे कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं। आपके किसी भी सुझाव को हम अपनी वेबसाइट में साझा करने का प्रयास करेंगे। 

अपना क़ीमती समय देने के लिए आपका बहुत धन्यवाद।। Thanks!!

उम्मीद है आपकी इंटरनेट यात्रा शुभ होगी!!

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